Tuesday, August 23, 2016

LIC ने किया मेघावी छात्रों को सम्मानित

लुधियाना के टैगोर पब्लिक स्कूल में हुआ विशेष आयोजन 
लुधियाना: 23 अगस्त 2016: (पुष्पिंदर कौर//पंजाब स्क्रीन):
जनाब कृष्ण बिहारी नूर कहते हैं--
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं;
और क्या जुर्म है पता ही नहीं। 
पढ़ लिख कर बेरोज़गारी की तरफ बढ़ते युवा,  नौकरी नहीं मिलने पर खुदकुशियां करते युवा, पैसे के लिए जुर्म की दुनिया में जाते युवा---सिथति बहुत भयानक है। कोई न देखना चाहे तो बात अलग। इस हालत को बदलने के लिए आगे आया है एल आई सी अर्थात भारतीय जीवन बीमा निगम। सुरक्षित भविष्य और साफ सुथरे रोज़गार के अवसर ले कर। त्योहारों के मौसम की शुरुआत एल आई सी ने लुधियाना के अगर नगर में स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल से की। हर क्लास में टॉपर रहने वाले दस दस बच्चों को टॉफी दे कर सम्मानित किया। वास्तव में यह ट्राफी एक आश्वासन थी, एक वायदा था, एक संकल्प कि हम आपका भविष्य सुंदर और सुरक्षित बनाएंगे। समाज के साथ दोस्ती निभाने का यह अंदाज़ शायद एल आई सी को ही आता है। यह कार्यक्रम याद दिला रहा था कि जब तक स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी की शिक्षा पूरी होती है तब तक ज़िन्दगी के सवाल बदल जाते हैं, चुनौतियाँ बदल जाती हैं, इम्तिहान बदल जाते हैं-यहाँ तक कि पूरे हालात ही बदल जाते हैं। उस वक़्त अगर संकट की घड़ी आ जाये तो  उस कहावत की हकीकत समझ आने लगती है कि बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया। ज़िन्दगी में कभी भी ऐसी घड़ी न आये जब रुपये को ही सब कुछ समझना पड़े इसके लिए आज भारतीय जीवन बीमा निगम ने भविष्य की सुरक्षा का सन्देश इस स्कूल में आकर भी दिया। इस अवसर पर एल आई सी ने हर कक्षा में टॉपर रहने वाले छात्र-छात्रायों को ट्राफियां भी दीं तांकि उनमें सुरक्षित भविष्य के निर्माण का  विश्वास  हमेशा बना रहे। इस मौके पर एल आई सी के एस के बांसल, सुनील कुमार, एम के कौशिक सहित  अधिकारी और सक्रिय सदस्य भी मौजूद रहे। 
कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष सुनील गोयल और प्रिंसिपल सुश्री डी. नारंग ने इस आयोजन की तारीफ़ करते हुए एल आई सी का आभार  व्यक्त किया  और एल आई सी की टीम को धन्यवाद भी दिया। 
अब देखना है कि और कितने  सामाजिक और वित्तीय संगठन छात्र-छात्रायों की आर्थिक रीढ़ को मजबूत करने और सुरक्षित वित्तीय भविष्य के लिए आगे आते हैं ! नौकरियों की चाह में तेज़ होती भागदौड़ और असफल होने पर मिलती निराश के अँधेरे को चीरते हुए अपने पैरों पर खड़ा होने की  रौशनी दिखता एल आई सी तेज़ी से समाज के नव निर्माण में आगे बढ़ रहा है। 

No comments: