Thursday, July 10, 2014

लुधियाना पुलिस का अहम खुलासा

सक्रिय है लुधियाना में खतरनाक नेपाली गिरोह 
लुधियाना: 10 ਜੁਲਾਈ 2014: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):

चोर और कुत्ती की मिलीभगत अब पुरानी लगने लगी है। अब चोर और चौकीदार मिलजुल कर चोरी की खतरनाक वारदातों को अंजाम देते हैं। यह परिणाम है वेरीफिकेशन के बिना नौकर-चाकर रखने के बढ़ रहे ट्रेंड का। फ़िल्मी अंदाज़ की इस नई चोरी के सनसनीखेज़ मामले का खुलासा किया स्वयं एडीसीपी (क्राईम) मंजीत सिंह ढेसी ने सिंगल विंडो के कांफ्रेंस हाल में की गई खचाखच भरी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान। उनोने बताया कि गत 5 जुलाई को अपनी पत्नी के साथ चंडीगढ़ गए हंबड़ा रोड के रहने वाले इंश्योरैंस कंपनी के मैनेजर सुनील सूद के घर दिन-दिहाड़े नौकर द्वारा की गई करीब 60 लाख की चोरी की वारदात को सी.आई.ए. की पुलिस ने हल कर लिया है। करीब 15 दिन पहले रखा गया नौकर नेपाली चोर गिरोह का सदस्य निकला, जिसने अपने 4 नेपाली साथियों के साथ मिलकर इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस सभी आरोपियों को काबू कर मात्र 2.50 लाख की नकदी बरामद कर पाई है, जबकि मैनेजर के घर से चुराए गए करीब 60 लाख की कीमत के लाखों के आभूषण, कीमती सामान, एक पिस्टल व एक रिवॉल्वर का पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग पाया है। इस के बावजूद पुलिस इस बात इ लिए प्रशंसा की हकदार है कि इसने उस मामले को हल कर लिया जिसमें पीडीटी परिवार के पास न तो चोर की कोई तस्वीर थे और न ही उसका कोई अतापता या पूरा नाम। उसपर गिरोह इतना शातिर की चोरी का सामान जल्द से जल्द नेपाल भेजने के प्रयास में रहता। 

इस मामले को हल करने के बाद किये गए पत्रकार सम्मेलन के दौरान ए.डी.सी.पी. क्राइम मनजीत सिंह ढेसी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान नौकर केशव, इलाके के चौकीदार लक्ष्मण व उसके साथी उज्ज्वल बहादुर, अमर बहादुर व धन बहादुर के रूप में हुई है। सभी आरोपी नेपाल के रहने वाले हैं, जिन्होंने यहां अपना नेपाली चोर गिरोह बना रखा है। इस गिरोह की हर वारदात पूरे संयोजित ढंग तरीके से। हर चोरी पूरी चालाकी से। ए.सी.पी. क्राइम जसविंद्र सिंह की पुलिस पार्टी ने उन्हें बुधवार को सूचना के आधार पर थाना साहनेवाल के इलाके से तब काबू किया जब वे किसी चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस को उनके पास से तेजधार हथियार भी बरामद हुए। आरोपियों से जब गहनता से पूछताछ की गई तो उन्होंने हंबड़ा रोड पर की गई चोरी की वारदात को कबूल कर लिया। उम्मीद है बहुत कुछ और भी सामने आएगा। 
चोरी करने के लिए ही नौकर बनाकर भेजना 

इस शातिर गिरोह के क्राईम स्टाईल की जानकारी देते हुए ए.सी.पी. क्राइम ने बताया कि इंश्योरैंस कंपनी के मैनेजर के घर चोरी करने की तैयारी उक्त आरोपियों ने बहुत पहले ही कर ली थी। इसी साजिश के चलते इलाके के चौकीदार लक्ष्मण ने केशव को नौकर के रूप में मैनेजर के घर भेजा ताकि वह घर में पड़े कीमती सामान का पहले पता लगा सके। जिस घर में नौकर की ज़रूरत हो उसमें नौकर दाखिल करना इस गैंग के लिए कोई मुश्किल नहीं था। इस साथी के ज़रिये गिरोह को घर की पूरी खबर मिलती। करीब 15 दिनों बाद मौका पाकर उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। ए.सी.पी. ने बताया कि नेपाली चोर गिरोह का सरगना लक्ष्मण है, जो चौकीदारी का काम सिर्फ इसलिए करता है ताकि पता लगाया जा सके कि इलाके के किन घरों में आसानी से हाथ साफ किया जा सकता है। कुछ दिन घरों की रैकी कर वे चोरी की वारदात को अंजाम दे देते हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे हैबोवाल, समराला चौक व फिरोजपुर रोड के पास कई घरों में चोरी कर चुके हैं। इतनी वारदातों के बाद इसक तरह से वे इस क्षेत्र में पूरी तरह "मास्टर" बन चुके थे। इस के बावजूद उनकी चालाकी धरि रह गयी और वे कानून के शिकंजे  गए। 
नेपाल बार्डर से पकड़ा एक सदस्य : 
इस खतरनाक नेपाली चोर गिरोह के एक सदस्य को नेपाल बार्डर पर पुलिस ने काबू कर लिया है। आरोपी की पहचान सिद्ध बहादुर के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से मैनेजर के घर से चोरी की गई 1,16,000 की नकदी बरामद कर ली है। उम्मीद है बाकि रिकवरी भी जल्द हो जाएगी। 
नौकर को बेहोश कर की थी चोरी:
लुधियाना के समृद्ध क्षेत्र थाना हैबोवाल के इलाके में नेपाली चोर गिरोह के सदस्यों ने जिस घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस घर में नेपाली नौकर केशव के साथ एक अन्य नौकर भी था। इस गिरोह ने उसे भी बहुत चालाकी से अपने रास्ते से हटाया। केशव ने चोरी करने से पहले उसे दाल में बेहोशी की दवा डालकर दी थी, लेकिन चोरी करने के दौरान वह होश में आ गया था। इस कारण उक्त आरोपियों ने उससे मारपीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में थाना हैबोवाल में लूट का मामला दर्ज किया गया था। 
पुलिस की लोगों से फिर अपील: पुलिस विभाग ने लोगों से एक बार फिर अपील की है कि घर में नौकर रखने से पूर्व उसकी वेरिफिकेशन अवश्य कराएं। ਪੁਲਸ ਵਿਭਾਗ ਨੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇੱਕ ਵਾਰ ਫੇਰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਹੈ ਕਿ ਕਿਸੇ ਵੀ ਨੌਕਰ ਨੂੰ ਘਰ ਵਿਚ ਰੱਖਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ  ਉਸਦੀ ਪੜਤਾਲ ਜਰੂਰ ਕਰਾਓ। एडीसीपी (क्राईम) मंजीत सिंह ढेसी ने मीडिया के ज़रिये कहा कि वेरिफिकेशन करवा कर नौकर के चालचलन और अतीत का पता ज़रूर कर लें। उन्होंने आगाह किया की बिना वेरिफिकेशन के रखे गए नौकर ही हमेशां घरों इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं।  
वारदात में शामिल हर व्यक्ति के खिलाफ एक्शन: श्री देसी ने कहा कि वारदात में शामिल हर व्यक्ति को अपने किये की सज़ा भुगतनी पड़ेगी। अगर किसी ने भी इस गिरोह की सहायता की है, उसे सहयोग दिया है, पनाह दी है, लूट के माल को छुपाया या हथियारों को लेन लेजाने में मदद दी है तो वह अंदर जायेगा। 

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