Mon, Jan 13, 2014 at 9:12 PM
चर्चा 'आप' के पदाधिकारियों से फिर ठोस भूमिका व कदम
भ्रष्टाचार, अत्याचार, अन्याय और विषमता के खिलाफ जनतंत्र और साफ सुथरी राजनीति के लिए देशभर के जन आन्दोलन ‘आप’ को वैकल्पिक राजनितिक पहल के रूप में देंगे सक्रिय सहयोगी |
पिछले कई दशकों से जनशक्ति के साथ सशक्त जनांदोलनों के द्वारा देश में आर्थिक, सामाजिक राजनीति बदलाव के लिए हम जूझ रहे है | संवैधानिक मूल्य, जनता के अधिकार तथा मार्गदर्शक सिद्धांतो के साथ मानवी अधिकार हमारे लिए सर्वोच्च मंजिल रही है और जनतांत्रिकप्रक्रियाए, अहिंसक संघर्ष के साथ, हमारे आधार जन संगठनो और जन आन्दोलनों से उभरे सिद्धांत और मुद्दे से कई बदलाव, कई कानून आजतक बने है फिर सत्ता और जनता के बीच के रिश्ते भी समता और न्याय के रहने में योगदान हुआ है | फिर भी देश के मुख्यधारा के,सत्ता में बैठे राज नेताओं से चलती रही लूट, देश की आर्थिक – प्राकृतिक सम्पदा का अपव्यय और जनता की अवमानना रोकने के लिए जन आन्दोलनों ने अपनी अथक परिश्रम और संघर्ष के द्वारा एक प्रभावी असरकार – कम दिखाई है | सूचना का अधिकार, वन अधिकार, याभू-अर्जन कानून में बदलाव तथा आदर्श, लावासा और अन्य भ्रष्टाचार/घोटाले हमारी नीति – राजनीति से सामने लाये गए है | देश के दलितों, आदिवासियों, किसानों – मजदूरों के ही नहीं, देश की पूरी जनता, शिक्षित, व्यावसायिक, विधार्थी – युवाओं के साथ मध्यम वर्गीय और हरनागरिकों की बुनियाद जरूरत और अधिकार को हासिल करने की हमारी जंग आज भी जारी है और रहेगी |
आज भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलनों से उभरी आम आदमी पार्टी ने भी यही ठान ली है और अरविन्द केजरीवाल और उनके युवा साथियों के साथ, आज देश की जनता को दुखदर्द, वंचना और पीड़ा पहुचाने वाली दलीय राजनिति में जो हस्तक्षेप किया है, उनका हम स्वागत करते है |हम मानते है की देश में आप लोंगो को महसूस हो रही उद्दिग्नता और विकल्प की जरुरत को पूरा करने में ये जनआन्दोलनों के साथीयों ने बीड़ा उठाया है और जात- पात धर्म या शराब – पैसा साधन बांटकर नहीं तो राजनितिक – आर्थिक विकेन्द्रीकरण, जनसत्ता से ही जनतंत्र,शिक्षा और सभी क्षेत्रो में समता, भ्रष्टाचार से मुक्ति और हर वंचित तबके को न्याय दिलाने की अपनी भूमिका जहीर की है | दिल्ली में सफलता के बाद शहरी गरीब मध्यमवर्गीय, ग्रामीण की समस्याए सुलझाने की और कदम बढ़ाये है | राजनीति में सादगी और जनवादी फिर सेलेन की उनकी कोशिश शुरू हुई है | जनउभार है और जनता चाहती है कि जन आंदोलनों से जुड़कर आब दलीय राजनीति में भी हस्तक्षेप हो और वह भी सक्रिय |
देश भर के कई सारे जन आन्दोलनों के साथ एक लम्बी चर्चाओं, सवाल- जवाबों, आम आदमी पार्टी की क्रिया – प्रक्रियाओं का अध्ययन और हमारी भूमिका पर मंथन के बाद, इस नतीजे पर पहुंचे है कि समय आया है कि इस वैकल्पिक चुनावी राजनीति में भी हमारे जनआन्दोलन एक विशेष समर्थन की भूमिका निभाये और इस क्रांतिकारी बदलाव की संभावना को आगे बढ़ाये |
इसीलिए आसाम से केरल और ओड़िसा से मध्य प्रदेश तक महाराष्ट्र के भी ग्रामीण और शहरी कई आन्दोलनों अपने साथी- सहयोगीयों के साथ यह तय किया है की हम आप आदमी पार्टी को जो एक आन्दोलनं का ही हिस्सा है, पूरा सक्रिय समर्थन डदें | हमारे वोट डालने के अलावाघोषणा-पत्र में भी उनकी पूरी भूमिका निभाये |
जन आन्दोलनों को समर्पित न करते हुए, उनकी विशेषता और व्यापक नज़रिया बने रहकर भी हम ‘आप’ को एक चुनावी, संसदिये राजनीति में अवकाश बनाने की और उसका चरित्र बदलने की, समाज को भी ऐलान की प्रक्रिया मानकर यह समर्थन देंगे | इस सहयोग के ठोसकदम, कई प्रक्रियों और सरचना जन आन्दोलनों और ‘आप’ के बीच दिल्ली में 16,17जनवरी के रोज चर्चा विचार होकर, योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, आनद कुमार, अजित झा तथा राष्ट्रीय समिति के साथियों के साथ बैठकर होगी और फिर हमारा अगला अजेंडा और भूमिका भीजहीर होगी |
हमारे लिए यह एक महत्व का निर्णय है और हमारा ऐलान है देश के विभिन जन आन्दोलनों, सामाजिक संस्थानों को, संगठनों को की वे भी इस प्रक्रिया जुड़ जाए |
मेधा पाटकर, कैलाश अवस्या, मीरां – नर्मदा बचाओ आन्दोलन
प्रफुल सामंतरा – लोकशक्ति अभियान ओड़िसा
गीता रामाक्रिशानन – Unorganised Sector Worker’s Federation
पशारुल आलम- आदिवासी जमीन रक्षा समिति- वेस्ट बंगाल
रामकृष्णन राजू – यूनाइटेड फोरम ऑफ़ राईट टू इन्फोर्मेशन- आंध्र प्रदेश
गुरवंत सिंह – स्माल स्केल इन्द्त्रिय एंड ट्रेडर्स अस्सोसिसन पंजाब
सिम्प्रीत सिंह, सुमित वाजले , संतोष थोरात , पूनम कनोजिया – घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन – महाराष्ट्र
राजेंद्र रवि, संजय म.जी, राम्देस भटकल, चन्द्रसेखर अर्केटेक्ट, मधुरेश कुमार, सीला म- ज.न.आ.र.स. महाराष्ट्र एंड दिल्ली
महेंद्र यादव एंड कामायनी स्वामी – ज.न.आ.र.स., बिहार
भूपेन्द्र सिंह रावत – जन संघर्ष वाहिनी , न्यू दिल्ली
गौतम बंधउपाध्याय- नदी घाटी मोर्चा – छतीसगढ़
राजकुमार सिन्हा बरगी, बांध विस्थापित संघर्ष समिति- मध्य प्रदेश
सी . आर. नीलकंदन, जिओ जोस, हुसैन मास्टर – ज.न.आ.र.स., केरला
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