Sunday 14th April 2024 at 3:56 PM
प्रमुख वक्ताओं ने ताज़ा कीं बाबा साहिब की शिक्षा और यादें
चंडीगढ़: 14 अप्रैल, 2024: (पंजाब स्क्रीन डेस्क)::
Sunday 14th April 2024 at 3:56 PM
प्रमुख वक्ताओं ने ताज़ा कीं बाबा साहिब की शिक्षा और यादें
Thursday 1th April 2024 at 10:56 AM
इसराइल पर खुल कर लगाया गया जघन्य नरसंहार का आरोप
पवित्र रमजान शरीफ के तीस रोजे रखने के बाद आज लुधियाना शहर में लाखों मुसलमानों ने ईद-उल-फितर की नमाज अदा की, वहीं ऐतिहासिक जामा मस्जिद में शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने सादगी के साथ ईद मनाई। इस मौके पर शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज ईद के दिन फिलीस्तीन के मजलूम मुसलमानों को नहीं भुलाया जा सकता, जिनका इजराइली आतंकियों ने नरसंहार किया है।
शाही इमाम ने कहा कि फिलीस्तीन में इजराइल की गुंडागर्दी को कभी भी सहन नहीं किया जा सकता। इजराइल का हर एक कदम गैर इंसानी और गैर कानूनी है, लेकिन जुल्म के खिलाफ अपनी आवाज को उठाना हमारी जिम्मेदारी है हम सब को मिल कर राजनीतिक और सामाजिक तौर पर आतंकवाद का विरोध करना चाहिए। शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि जुल्म के खिलाफ खामोश रहने वाली कौमें अपना वजूद खो दिया करती है इस लिए अगर आप जिंदा हैं तो जिंदा नजर आना भी जरूरी है।
इस अवसर पर फिलीस्तीन के लोगों के साथ सहानभूति दिखाते हुए जामा मस्जिद पर फिलिस्तीनी धवज लगाए गए थे, नमाज अदा करने आए अधिकतर लोग भी फिलीस्तीन धवज लेकर आए थे और सडक़ों पर मुसलमान हाथों में बड़े-बड़े बैनर लेकर इजराइल का विरोध कर रहे थे। इस अवसर पर शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि फिलीस्तीन में लगातार इजलाइल की ओर से किए जाए रहे नसंहार की वजह से लाखों फिलीस्तीनी मुसलमान बेघर हो गए, बड़ी संख्या में बच्चें अस्पतालों में जख्मी पड़े है, फिलीस्तीन में इस समय खाद् सामग्री की बड़ी कमी है की फौरी तौर पर मदद की जाए और फिलीस्तीन-इजराइल मामले में दखल देकर इस जंग को जल्द से जल्द खत्म करवाया जाए।
ईद के इस पावन अवसर पर इस अवसर पर शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने फिलीस्तीन में अमन और शांति के लिए दुआ भी करवाई।
इस मौके पर मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद देते हुए लुधियाना उत्तरी से विधायक चौधरी मदन लाल बगगा और लुधियाना सैंट्रल के विधायक अशोक पराशर पप्पी ने कहा कि ईद का दिन सिर्फ मुसलमान भाईयों के लिए ही नहीं बल्कि सभी भारतीयों के लिए खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि हम सब दुआ करते है कि यह खुशियों भरी रीत हमेशा ऐसे ही चलती रहे।
उन्होनें कहा कि इस पूरे महीने में मुसलमान रोजा रखता है और अपने खुदा की इबादत करता है, जिसके बदले में अल्लाह तआला अपने बंदों को ईद का पवित्र त्योहार तोहफे के तौर पर देता है। उन्होंने कहा कि आज के दिन हर मुसलमान अपने सारे गिले शिकवे भूल कर एक दूसरे को गले लगाता है।
उन्होनें कहा कि आज का दिन हम सबके लिए बड़ी खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि लुधियाना शहर सभी धर्मों के लोगों का एक गुलदस्ता है। इसके सभी फूल अपनी खुशबू के साथ माहौल को खुशगवार बना कर रखते हैं। उन्होंने कहा कि लुधियाना की यह ऐतिहासिक जामा मस्जिद जहां मुसलमानों का मुख्य धार्मिक केन्द्र है, वहीं यह अन्य धर्मों के लोगों के लिए अमन और मुहब्बत की निशानी है।
इस मौके पर जामा मस्जिद लुधियाना में अपने मुस्लिम भाईयों को ईद की मुबारकबाद देने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री स. हीरा सिंह गाबडिय़ा, पूर्व पार्षद राकेश पराशर, गुलाम हसन कैसर, अशोक गुप्ता, शिंगारा सिंह दाद, जरनैल सिंह तूर, सीनियर अकाली नेता बलजीत सिंह बिंद्रा, गुरप्रीत सिंह विंकल, मुहम्मद मुस्तकीम अहरारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
तस्वीरों में आप देख सकते हैं ईद-उल-फितर के मौके पर जामा मस्जिद लुधियाना में शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवीं को ईद की मुबारकबाद देते हुए विधायक चौधरी मदन लाल बगगा, अशोक पराशर पप्पी, मुहम्मद मुस्तकीम व अन्य। गौरतलब है की हर बार सियासत और धर्म क्षेत्र के जानेमाने लोग जामा मस्जिद में अपनी हाज़िरी लगवाने पहुँचते हैं।
आज जब सुबह सुबह सभी अकीदतमंद जामा मस्जिद पहुंचे तो ईद-उल-फितर के मौके पर जामा मस्जिद लुधियाना के बाहर हाथों में फिलीस्तीनी झंडे व बैनर लेकर इजराइल के खिलाफ विरोध करते हुए मुसलमान भाईचारे के लोग।
इस मौके पर जामा मस्जिद लुधियाना के बाहर ईद-उल-फितर के मौके पर हजारों की संख्या में नमाज अदा करते हुए मुस्लिम भाईचारे के लोग।
किस पाताल में गिरते जा रहे हैं हम
मोहाली//चंडीगढ़: 23 मार्च 2024: (मीडिया लिंक//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::
मैं बेहद परेशान था!खाना भी नहीं खाया!
पाकिस्तान में जिस जेल में भगत सिंह ,राजगुरू,सुखदेव को फाँसी दी गई थी, उसे गिरा कर,वहाँ शादमान चौक बना दिया गया है !(ये और बात है कि पाकिस्तान में इन शहीदों का बहुत सम्मान है ।वहाँ उन के पैतृक घर को सहेज कर भी रखा गया है ।)
ज्ञानी ज़ैल सिंह ने भगत सिंह की माता विदिया वती को पंजाब माता का दर्जा दिया ।
Politiciansकी “कारगुज़ारियों “ से विचलित हो कर पंजाब माता को कहना पड़ा था- मेरे बेटे ने ऐसी आज़ादी के लिए क़ुर्बानी दी थी क्या?
Politicsके बारे कुछ नहीं कहना! …परन्तु विचलित तो मैं भी हूँ! जेल से छूटने के लिये, के बार बार माफ़ी माँगने वाले अब Hero हो गए हैं!
—शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले! आज शहीदों की चिताओं पर लगने वाले मेले औपचारिकता का चोग़ा पहन , सचमुच आम से मेले बन गये है!
पुनश्च ः
शहीदी दिवस पर पत्रकारों के 🍺 Beer पीने से मैं परेशान हो उठा था ! बाद में मैं भी पत्रकार बन गया!
After all हर “profession”
के कुछ “ETHICS!” तो होते ही हैं न!
हरबंस सोढी जी यह पोस्ट पढ़ कर चिंता होने लगी है। शर्म आने लगी है। शहीद-ए-भगत सिंह को कुछ लोग इस तरह पिकनिक मना कर श्रद्धांजलि देते हैं तो भगवान् जाने हम किस युग को बुलावा दे रहे हैं। किस समाज का निर्माण कर रहे हैं। हो सकता है ऐसा जश्न अंग्रेज़ों ने शहीदों को फांसी दे कर मनाया भी हो लेकिन हम--हम क्या कर रहे हैं?
जानेमाने लेखक और पत्रकार हरबंस सिंह सोढ़ी ने उठाया है यह मुद्दा बिना किसी का नाम लिए
शहीदों के शहीदी दिवस पर ऐसा करने वालों को जाने शर्म कब आएगी????
Wednesday 28th February 2024 at 17:23 AS WA
पंजाब की मंडियों में खाली पड़े प्लाटों की बोली भी शुरू
*चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने बोर्ड आफ डायरेक्ट्रज की मीटिंग में रखा वार्षिक लेखा-जोखा
*पंजाब मंडी बोर्ड को ज़मीन देने पर गांव महमदपुर की पंचायत को किया गया सम्मानित
*बड़े बड़े फाईव स्टार होटलों का मुकाबिला करता है अब पंजाब मंडी बोर्ड का किसान भवन
*रात चंडीगढ़ के किसान भवन में रात रहना अब सबसे सस्ता बना
आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद किसान भवन ने तेज़ी से विकास की राहों पर कदम बढ़ाए हैं। इस दावे को सही साबित करने वाले बहुत से तथ्य आज पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने मीडिया के समक्ष रखे। आज के इस पत्रकार सम्मेलन में किसान भवन और मंडी बोर्ड के तेज़ रफ्तार विकास की बहुत सी नई बातें सामने आईं।
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट के नेतृत्व में आज किसान भवन में बोर्ड आफ डायरेक्ट्रज़ की मीटिंग हुई। जिसमें पंजाब मंडी बोर्ड से संबंधित एजेंडों पर विस्तार से चर्चा की गई और 1146 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पारित किया गया।
इस दौरान स. हरचंद सिंह बरसट ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा मण्डी बोर्ड का आर.डी.एफ. रोकने के कारण गांवोँ की लिंक सड़कों, मंडियों और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास रुका पड़ा है। इस लिए मंडी बोर्ड की आमदन बढ़ाने के लिये बीते एक साल में विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, जिनकों जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए पंजाब की मंडियों में खाली पड़े प्लाटों की बोली करवाई जा रही है और नई आधुनिक फल एवं सब्जी मंडी सेक्टर-65ए मोहाली में जहां रेगुलर मॉनिटरिंग करते हुए 7 दुकानें बेची जा चुकी हैं, वहीं यूजर चार्जिज में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जहां वर्ष 2021-22 के दौरान 24 लाख रुपये और वर्ष 2022-23 के दौरान 35 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं, वहीँ आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 45 लाख रुपये का ठेका तय हुआ है।
चेयरमैन ने आगे बताया कि महमदपुर गांव के लोगों द्वारा कुल 83 बीघे जमीन मंडी बोर्ड को दान दी गयी है, जहां जल्द ही सब-यार्ड का निर्माण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसान भवन और किसान हवेली के माध्यम से आय बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। किसानों एवं लोगों की सुविधा के लिए किसान भवन एवं किसान हवेली में कमरों की ऑनलाइन बुकिंग वेब पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।
इसके साथ ही अप्रैल 2023 में जहां आय 7,08,350 रुपये थी, वहीं जनवरी 2024 तक यह बढ़कर 37,37,881 रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के युवाओं को नशे से बचाने के लिए ऑफ सीजन के दौरान मंडियों में बने बड़े-बड़े कवर्ड शेडों में इनडोर गेम्स भी शुरू किए गए हैं, जिसकी शुरुआत मार्केट कमेटी रामपुरा फूल द्वारा मंडी में बच्चों को स्केटिंग की ट्रेनिंग देने के साथ की गई है और इसी प्रकार खेल विभाग से बात करके अन्य मंडियों में भी खेल प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है। साथ ही ऑफ सीजन के दौरान लोगों को बेहद कम दाम पर पार्टियों, समारोहों आदि के लिए मंडियों के कवर शैडों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
आज की विशेष बात कर्ज़ों के संबंध में भी थी। उन्होंने बहुत ही अच्छी खबर देते हुए कहा कि पिछली सरकारों द्वारा लिए गए लगभग 2000 करोड़ रुपये के ऋण की किश्तें भी चुकाई जा चुकी हैं।
स. बरसट ने कहा कि इसके अलावा मंडियों में एटीएम और विज्ञापन के लिए यूनीपोल लगाना, मंडी बोर्ड कॉलोनियों में खाली पड़े मकानों को किराए पर देना, फल और सब्जी मंडियों के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे, बूम बैरियर और इलेक्ट्रॉनिक कंडे लगाना, किसानों के लिए अपनी मंडियों और किसान मंडियों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और पहचान पत्र बनाने के लिए वेब पोर्टल लॉन्च करना, शहीद भगत सिंह हरियावल मुहिम के तहत 33000 पौधे लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत महमदपुर जिला पटियाला द्वारा पंजाब मंडी बोर्ड को कुल 83 बीघे जमीन मंडी बनाने के लिए दान दी गई थी, जहां जल्द ही सब्जी मंडी शुरू की जा रही है। इससे जहां इलाका निवासियों को बड़ी सुविधा मिलेगी, वहीं लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस अवसर पर चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने गांव महमदपुर पंचायत से संदीप सिंह, तरनतारन सिंह, भजन सिंह वालिया, कुलवंत सिंह, चरण सिंह, गुरजीत सिंह और कुलविंदर सिंह को सम्मानित किया और जल्द ही महमदपुर में सब-यार्ड बनाने का आश्वासन दिया। इसके बाद हास्पीटेलिटी का कोर्स करने वाले किसान भवन के 30 कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
बैठक में पंजाब मंडी बोर्ड की सचिव श्रीमती अमृत कौर गिल, स. कुलदीप सिंह सियान, अधीन सचिव, कृषि एवं किसान भलाई विभाग, स. जसमिंदर सिंह, उप सचिव वित्त विभाग, स. गुरजीत सिंह, अतिरिक्त डायरेक्टर, बागवानी विभाग, स. बेअंत सिंह, सहायक मार्केटिंग अफसर, कृषि विभाग, स. मंजीत सिंह संधू, जनरल मैनेजर, पंजाब मंडी भवन, मोहाली, स. तरविंदर सिंह चोपड़ा, सहायक डायरेक्टर, खुराक और सिविल सप्लाई विभाग, स. गुरप्रीत सिंह, संयुक्त रजिस्ट्रार को-आपरेटिव सोसायटी, स. गगनदीप सिंह, रिसर्च एसोसिएट, पंजाब राज्य किसान और खेती कामे कमिशन, स. जतिंदर मोहन सिंह, हेड इकोनोमिक्स स्टीडीज, पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी मौजूद रहे।
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निःशुल्क चिकित्सा जांच और रक्तदान शिविर से की समाज सेवा
लुधियाना की थ्रीके सुआ रोड पर एक नए समाज का नव निर्माण पिछले कई बरसों से हो रहा है। वहां एक ऐसा युवा वर्ग निर्माण किया जा रहा है जो नशे जैसी बुराई से कोसों दूर है। इस मकसद के लिए आरके फिटनेस और स्लिमिंग स्टूडियो ने आज अपने परिसर में एक मुफ्त चिकित्सा जांच और रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया। ऐसा करके सामुदायिक स्वास्थ्य की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया गया है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित प्रतिष्ठित चिकित्सा पेशेवरों और स्वयंसेवकों का सक्रिय सहयोग देखा गया। इस चिकित्सा जांच शिविर में प्रसिद्ध विशेषज्ञों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इसी तरह डा. अमित तुली, वरिष्ठ सलाहकार यूरोलॉजी विभाग, अयकाई अस्पताल, लुधियाना ने विभिन्न समस्याओं वाले 28 रोगियों की जांच की।
फोर्टिस अस्पताल, माल रोड, लुधियाना में नॉन-इनवेसिव कार्डियोलॉजी में एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. मानव वढेरा** द्वारा 80 कार्डियो रोगियों की जांच की गई।
डॉ. दिनाकरन, तरुश्री फिजियोथेरेपी क्लिनिक के फिजियोथेरेपिस्ट और तरुश्री फिजियोथेरेपी क्लिनिक के डॉ. मुल्लई ने विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं वाले 57 रोगियों की जांच की।
इसके अतिरिक्त, वाहेगुरु ब्लड डोनेशन एनजीओ के सहयोग से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य ब्लड बैंकों को फिर से भरना और लोगों की जान बचाना था। आज के इस शिविर में 20 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
इस कार्यक्रम को समुदाय से भारी समर्थन मिला, शिविर के दौरान बड़ी संख्या में रक्त की इकाइयाँ एकत्र की गईं, जो इस नेक काम के प्रति निवासियों की परोपकारी भावना और एकजुटता को दर्शाती हैं।
आरके फिटनेस और स्लिमिंग स्टूडियो की प्रमुख डॉ. अमरजीत कौर उन सभी प्रतिभागियों, स्वयंसेवकों और चिकित्सा पेशेवरों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हैं जिन्होंने इस पहल को एक शानदार सफलता बनाने में योगदान दिया। इस तरह के प्रयास एक स्वस्थ और अधिक दयालु समाज को बढ़ावा देने में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हैं।
कुल मिला कर आज के इसे मेडिकल शिविर से बहुत से स्थानीय लोगों ने फायदा उठाया। इस तरह के देहात से सबंधित क्षेत्रों में इस तरह के और शिविर भी लगातार लगने चाहिए।
Sunday:11th February 2024 at 4:09 PM
टिब्बा रोड मायापुरी मदरसा तरतीलुल कुरआन में किया गया सालाना जलसे का आयोजन
Saturday 10th February 2024 at 5:11 PM
पुराने महारथियों की यादों ने बांधा यादगारी रंग
दशकों पहले कल्पना चावला और कई अन्य छात्र पीईसी अर्थात PEC के साथ जुड़े हुए थे। PEC मतलब Deemed to be University-इस गौरवशाली संस्थान पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के साथ अपने जीवन काल में उन्होंने देश और दुनिया के लिए एक नया इतिहास रचा, जहां उन्होंने अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया, वहीं इस बात की गवाही भी दर्ज करवाई उन्हें इस काबिल बनाने में PEC की अहम भूमिका रही। इन पुराने छात्रों ने सफलता की नई ऊंचाइयों को छू कर भी दिखाया है। आज जब बहुत से पुराने छात्र एलुमनाई में आए तो कई नए छात्र उनसे प्रेम. सम्मान और उत्साह के साथ मिले। उनसे उनकी खूबियों और कामयाबी के गुर सीखने के लिए बहुत सी बातें जानीं। उस्तादी रंग वाले ये गुर ज़िंदगी भर कदम कदम पर उनके काम भी आएंगे।
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ (मानित विश्वविद्यालय) ने 10 फरवरी, 2024 को अपनी बहुप्रतीक्षित ग्लोबल एलुमनाई मीट - 2024 के लिए मंच तैयार किया। इस असाधारण कार्यक्रम ने न केवल गर्मजोशी से स्वागत का वादा किया, बल्कि प्रतिभा और सफलता का एक असाधारण उत्सव भी मनाया! इंजीनियर अतुल करवल, आईपीएस, महानिदेशक, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट एसोसिएशन - पेकोसा ने अध्यक्ष इंजीनियर टीकम चंद्र बाली, के साथ इं. एच.एस. ओबेरॉय, पेकोसा के महासचिव के मार्गदर्शन में और 'स्टड्स' के भव्य आधिकारिक प्रायोजन के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत PEC के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) बलदेव सेतिया जी द्वारा मुख्य अतिथि और सभी पूर्व छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत करने के साथ हुई। इसी दिन की शुरुआत सम्मानित अतिथियों के साथ औपचारिक दीप प्रज्वलित करके किया गया।
PECOSA के अध्यक्ष, एर. टीकम चंद्र बाली ने इस ग्लोबल मीट में एक बार फिर पीईसी कैंपस में सभी पूर्व छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने पेकोसा के महत्व और विभिन्न बैचों और पृष्ठभूमियों के पूर्व छात्रों को एक साथ लाकर सौहार्द और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने में इसकी अभिन्न भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने PEC के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) बलदेव सेतिया जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए उनका आभार व्यक्त किया और स्टड्स के अध्यक्ष एर मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर. सिद्धार्थ खुराना को आधिकारिक भागीदार बनने के लिए भी धन्यवाद दिया।
अपने संबोधन में पेकोसा के महासचिव इं. एच. एस. ओबेरॉय ने एर अतुल करवाल, एनडीआरएफ के महानिदेशक के लिए आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रत्येक पूर्व छात्र थे। वह विशेष रूप से PEC के प्रति कृतज्ञ महसूस करते थे। इंजीनियर मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर सिद्धार्थ खुराना जी ने 2 लाख (टॉपर के लिए 1 लाख, दूसरे टॉपर के लिए 60 हजार और तीसरे टॉपर के लिए 40 हजार) रुपये संसथान को दान किये। उन्होंने तहेदिल से उनका धन्यवाद दिया। अंत में, उन्होंने एक बार फिर 2024 की इस बैठक के लिए यहां आने वाले सभी पूर्व छात्र सदस्यों का स्वागत किया।
डॉ. राजेश कांडा (प्रमुख, पूर्व छात्र और कॉर्पोरेट संबंध) ने PEC से यूजी, पीजी और यहां तक कि पीएचडी दोनों को पूरा करने के साथ-साथ 100% -24 कैरेट गोल्ड पूर्व छात्र सदस्य होने के अपनी पूर्व यादों और गौरवपूर्ण क्षणों को व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत पूर्व छात्र एर सत प्रकाश गुप्ता, (1962 बैच), के परिवार के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। उनके पुत्र श्री पंकज गुप्ता ने दो छात्राओं की शिक्षा के लिए 57 लाख रु. का दान दिया। इस दम्पति जोड़े को प्रतीक चिन्ह और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
पीईसी के सम्मानित निदेशक डॉ. बलदेव सेतिया सम्मानित अतिथि एर अतुल करवाल (आईपीएस - महानिदेशक); एर. टी.सी. बाली, अध्यक्ष पेकोसा, एर. एच.एस. ओबेरॉय, महासचिव, पेकोसा; स्टड्स के अध्यक्ष एर. मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर सिद्धार्थ खुराना सहित पूर्व छात्रों की एक विशिष्ट श्रृंखला का स्वागत करते हुए रोमांचित थे। उन्होंने इस बैठक के आयोजन के लिए पेकोसा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने पीईसी के 100+ वर्ष पूरे होने का उल्लेख भी किया। एक नहीं बल्कि दो राष्ट्रपतियों, पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द और वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती. राम नाथ कोविन्द और वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती. द्रौपदी मुर्मू. की परिसर में गरिमामय उपस्थिति के साथ गौरवशाली इतिहास और एक साल तक चलने वाला शताब्दी समारोह का भी उल्लेख किया गया। उन्होंने फिराक गोरखपुरी को भी उद्धृत किया-
आने वाली नस्लें तुम पर फ़ख़्र नक्षत्र हम-असरो
जब भी उनका ध्यान आया तो तुमने 'फ़िराक़' को देखा --'फ़िराक़'गोरखपुर
उन्होंने हाल के वर्षों में हो रहे विकास और अनुसंधान गतिविधियों के बारे में भी गर्व से बताया। उन्होंने हाल ही में पुरस्कार प्राप्त करने वाले विभिन्न संकाय सदस्यों और छात्रों की प्रशंसा की। परिसर के बुनियादी ढांचे को भी बढ़ाया गया है। उन्होंने यह भी कहा, कि स्टड्स ने हमारे आधिकारिक भागीदार होने का सम्मान विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया है, जिससे इस आयोजन में प्रतिष्ठा और उत्साह की एक अतिरिक्त परत जुड़ गई है।
इसके साथ ही, स्टड्स के अध्यक्ष एर. मधु खुराना को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में आकर वास्तव में पुरानी यादों का एहसास हुआ। स्टड्स ने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के टॉपर्स के लिए 2 लाख रुपये का दान दिया था। उन्होंने कहा कि यह सहायता छात्रवृत्ति पीईसी परिसर में और भी अधिक कल्पना चावला लाने के लिए काम करेगी और संस्थान की विरासत में उदारतापूर्वक योगदान देगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एर. अतुल करवाल जी, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ने पीईसी द्वारा सम्मानित किए जाने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, ''एक इंजीनियर होने के नाते, सचमुच मुझे पुलिस में करियर बनाने के लिए अच्छी योग्यता मिली। हमें प्रौद्योगिकी को बहुत दृढ़ता से देखना होगा, अन्यथा हम पीछे रह सकते हैं। जीवन के किसी भी क्षेत्र में इंजीनियरिंग करने से आपको एक शानदार शुरुआत मिलती है, यही मेरे साथ भी हुआ।'' उन्होंने 15 साल की उम्र में अपना इंजीनियरिंग करियर शुरू किया और 19 साल की उम्र में पास भी हो गए। अंत में, उन्होंने कहा कि हमें यह जांचना चाहिए कि क्या हम जीवन को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं? बस अपने आप का आनंद लें। कृतज्ञता की स्थायी भावना रखना और आपके आदर्श को हमेशा याद रखना ही असल मायने में जीना है।
हमारे सम्मानित पूर्व छात्र, आईएएस अधिकारी एर रितु माहेश्वरी. के भव्य प्रवेश के लिए मंच पूरी तरह तैयार था। 1954, 1964, 1969, 1974, 1989, 1999, 2009 और 2014 बैच के पूर्व छात्र प्रोफेसर अहस्वनी कुमार गोसाईं (आईआईटीडी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग), पंकज दुहान जैसे विशिष्ट अतिथियों के साथ इस भव्य उत्सव को देखने के लिए उपस्थित थे। (रेकिट बेंकिज़र वेलनेस के वैश्विक प्रमुख), सरबजीत सिंह विर्क (फिनवेसिया ग्रुप के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक), पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर) हरियाणा के इंजीनियरिंग-इन-चीफ, और कई अन्य। माननीय मुख्य अतिथि एर अतुल करवाल और निदेशक, प्रो. (डॉ.) बलदेव सेतिया जी द्वारा सभी पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। ।
1988 बैच के पूर्व छात्रों ने आज सुबह 10 फरवरी, 2024 को संस्थान को 2 ई-वाहन, एक ई-स्कूटर और एक ई-कार्ट भी दान किये।
नृत्य, संगीत और अविस्मरणीय प्रदर्शन के मनमोहक मिश्रण से भरपूर, पूर्व छात्रों की बैठक बेहद आनंददायक रही, जिससे हर कोई उत्साहित और ऊर्जावान महसूस कर रहा था। उत्सव के बीच, हार्दिक कहानियों का आदान-प्रदान किया गया, जिससे उपस्थित लोगों को एक-दूसरे के जीवन, करियर और उपलब्धियों के बारे में जानने का मौका मिला। जैसे-जैसे रात ख़त्म होने लगी, उपस्थित सभी लोगों के बीच तृप्ति और कृतज्ञता की गहरी भावना बनी रही।
कुल मिला कर सारा आयोजन यादगारी रहा। इस सारे कार्यक्रम के दौरान नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी का एक बहुत ही दिलचस्प संयोजन भी सामने आया, जिसने समय और तकनीक का उपयोग करके भविष्य का एक और नया इतिहास भी रचना है।